Delhi Drainage System: कांग्रेस का AAP-BJP पर निशाना, देवेंद्र यादव बोले- LG के निरीक्षण के बाद भी नाले पड़े ठप्प
दिल्ली में नालों की साफ सफाई को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि एलजी के निरीक्षण के बाद भी नाले ठप पड़े हैं।
Delhi Drainage System: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने नालों की साफ सफाई को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना द्वारा नालों के निरीक्षण के बाद भी दिल्ली के लगभग 80 प्रतिशत नाले पूरी तरह ठप पड़े हैं।
देवेंद्र यादव ने उठाए सवाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली के 80 प्रतिशत नाले पूरी तरह ठप पड़े हैं। आखिरकार बार बार डूबती दिल्ली के लिए जिम्मेदार कौन, आखिर कब तक सहेंगे दिल्ली सरकारों की लापरवाही और नेताओं का भ्रष्टाचार। उन्होंने कहा कि दिल्ली को बर्बाद करने में आम आदमी पार्टी और भाजपा की मिलीभगत है। उनकी विफलताओं का खामियाजा दिल्ली के नागरिक अपनी जान देकर भुगत रहे हैं। थोड़ी सी भारी बारिश से हर तरफ जलभराव के कारण दिल्लीवासियों की जान खतरे में है।
AAP-BJP की मिलीभगत ने दिल्ली को बर्बाद किया
हर वर्ष दिल्ली में भारी बारिश होने से होने वाले जल भराव से, नाले, नालियां, गड्डे भरने, ट्रैफिक जाम, टूटी सड़कें, इमारतें गिरने से लोगों की जान जा रही हैं, लेकिन भाजपा और आम आदमी पार्टी ने बदहाल हालात को सुधारने के लिए कुछ नहीं किया। यादव ने पूछा कि आखिर यह सब कुछ कब तक चलेगा?
देवेंद्र यादव ने कहा कि मानसून से पहले मैंने उपराज्यपाल को पत्र लिखा था कि वो सुनिश्चित करें कि ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह साफ हो। मैं उपराज्यपाल से पूछता हूं कि उन्हें बारापुला का निरीक्षण करने के लिए एनजीटी के आर्डर का इंतजार क्यों करना पड़ा?, जबकि दिल्ली के आधे से अधिक नाले ठप पड़े हैं।
यादव ने उपराज्यपाल, दिल्ली सरकार, डीडीए, दिल्ली नगर से पूछा कि वर्षों से ठप पड़े ड्रेनेज सिस्टम के लिए दोषी कौन है? यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 17 महीने बाद भ्रष्टाचार के आरोपी मनीष सिसोदिया की बेल के बाद एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी जश्न मना रही थी, वहीं मॉडल टाउन में हादसे में एक गरीब व्यक्ति की मृत्यु हो गई, जबकि अमन विहार में गड्डे में डूबने से 10 साल के बच्चे की मौत हुई है। इससे ठीक दो दिन पहले ही किराड़ी में डूबकर 2 बच्चों की मौत सामने आई थी। इससे पहले भी कई हादसे सामने आए हैं।