चीन ने दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में रह रहे ईसाइयों को तुगलकी फरमान सुनया है। चीन ने कहा कि अगर गरीबी दूर भगानी है तो क्राइस्ट की नहीं राष्ट्रपति शी जिनपिंग की फोटो लगाओ। ईसाइयों को कहा गया है कि अगर गरीबी रेखा से ऊपर उठना है तो उन्हें जीसस क्राइस्ट नहीं बल्कि राष्ट्रपति शी जिन पिंग बचाएंगे, इसलिए जीसस के बजाए जनपिंग की पूजा करें।
उल्लेखनीय है कि ग्रामीण दक्षिण पूर्वी चीन के यूगान काउंटी में ईसाइयों की संख्या हजारों में है। इसके साथ ही पोयांग के किनारे पर बसे चीन के उस जियांशई प्रांत में हजारों की संख्या में ईसाई धर्म के गरीब लोग रहते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर चीन में 10 लाख गरीब हैं तो उनमें से 11 फीसदी गरीबी रेखा के नीचे हैं और उसमें से 10 फीसदी ईसाई धर्म के लोग हैं।