देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं मुकेश अंबानी। दुनिया में भी वो चुनिंदा सफल लोगों में शुमार किए जाते हैं। जितना ध्यान वो अपने कारोबार पर देते हैं, उतना वो अपनी फैमिली को नहीं दे पाते हैं। ऐसे में मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी की जिम्मेदारी घर में कुछ खास ही रही है।
मुकेश और नीता अंबानी ने बड़े नाजों से अपने तीनों बच्चों ईशा, अनंत और आकाश का पालन-पोषण किया है। आज ईशा और आकाश तो रिलायंस की कंपनियों में अहम रोल अदा कर रहे हैं। बहुत कम लोगों को पता होगा कि स्कूल के समय मुकेश-नीता अंबानी अपने बच्चों को कितना पॉकेटमनी देते होंगे।
लोगों को लगता होगा कि मुकेश अंबानी के बच्चों को पॉकेटमनी में कोई कमी नहीं होती होगी, लेकिन ऐसा नहीं है। मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाली नीता अंबानी पॉकेटमनी की अहमियत को जानती हैं।
यही वजह है कि उन्होंने उतनी ही पॉकेटमनी अपने बच्चों को दी, जिससे उनमें पैसों का गुरूर न हो जाए। अपने स्कूल और कॉलेज के समय नीता अंबानी बस से ही सफर किया करती थीं। इस वजह से उन्होंने अपने बच्चों को जमीन से जुड़े रहने के सबक भी सिखाए।
इतना ही नहीं, नीता अंबानी ने अपने बच्चों को स्कूल के दिनों में लग्जरी कारों से भी दूर रखा। सभी बच्चे स्कूल बस से ही जाते थे ताकि वे आम लोगों के लाइफस्टाइल को समझ सकें। उन्हें अपने आस-पास के माहौल की भी बेहतर समझ मिल सके।
2011 में मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में नीता अंबानी ने खुलासा किया था कि जब बच्चे छोटे थे तो वो स्कूल खर्च के लिए अपने हरेक बच्चे को शुक्रवार के दिन 5 रुपये दिया करती थीं। उस दिन ही बच्चे स्कूल कैंटिन में इनका इस्तेमाल कर सकते थे।